ठेका मजदूरों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र देकर नवंबर-दिसम्बर के वेतन भुगतान कराने की लगायी गुहार
पंतनगर विश्वविद्यालय के होर्टीकलचर रिसर्च सेंटर में कार्यरत ठेका मजदूरों ने डायरेक्टर एच आर सी के माध्यम से निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण विश्वविद्यालय पंतनगर को सामूहिक हस्ताक्षर युक्त पत्र देकर शीघ्र पिछले माह नवम्बर एवं दिसम्बर 2021 का लम्बित वेतन भुगतान कराने की मांग की है। जिसकी प्रतियां सहायक श्रमायुक्त ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड, सहनिदेशक, श्रम कल्याण अधिकारी विश्व विद्यालय पंतनगर एवं ठेका मजदूर कल्याण समिति को भेजी गई है।
ठेका मजदूरों ने पत्र में कहा है कि विश्वविद्यालय में पिछले कई सालों से लगातार कार्यरत हैं। हमें श्रम कानूनों द्वारा देय बोनस,बीमा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया हैं। कभी समय से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। अभी तक पिछले माह नवम्बर 2021 का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। जबकि नियमानुसार ठेका मजदूरों को हर महीने की 07 तारीख तक वेतन भुगतान किया जाना चाहिए। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हर महीने के 07 तारीख एवं विलम्वित 10 तारीख तक वेतन भुगतान करने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं स्वयं कुलपति द्वारा आदेश जारी कर ठेका मजदूरों को हर माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान किए जाने का निर्देश दिया गया है और हर माह 26 कार्यदिवसों का भुगतान किए जाने का निर्देश दिया गया है। परंतु आज तक इन आदेशों का पालन नहीं किया गया है। महीने में 15-20 दिन काम, आदेश के बावजूद माह में 26 कार्यदिवसो का भुगतान नहीं किया जा रहा।
विगत दिनांक 06 जनवरी 2022 को बजट अभाव का बहाना बना कर जनरल बजट के कार्य से बिठाले गये मजदूरों की कार्य बहाली और माह नवम्बर 2021 के वेतन भुगतान को लेकर शांति पूर्ण तरीके से मजदूर कार्यालय के बाहर सामूहिक रूप से इकट्ठा हुए थे। आंशिक प्रदर्शन के बाद सहायक निदेशक, संयुक्त निदेशक, प्रभारी और मजदूरों के बीच हुई वार्ता में मजदूरों की कार्य बहाली तो हो गई थी साथ ही तीन दिन में माह नवम्बर का लम्बित वेतन भुगतान कराने का आश्वासन दिया था। पिछले लम्बे समय से कार्यरत ठेका मजदूरों की उम्र काफी ज्यादा हो गई है अब शासन द्वारा विश्वविद्यालय के बजट में लगातार कटौती की जा रही है। धन कम होने का बहाना बनाकर बार-बार निकाला बैठाली की जा रही है।
समय से वेतन भुगतान नहीं करने के कारण ठेका मजदूरों के परिवारों के भरण पोषण, बच्चों की स्कूल फीस, राशन, सब्जियों को लेने में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। मजदूरों ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए अतिशीघ्र हमें लम्बित नवंबर एवं दिसम्बर माह का वेतन भुगतान किया जाए अन्यथा मजदूर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार का विरोध करने को बाध्य होंगे।
पत्र में सामूहिक हस्ताक्षर करने में सुमित, बब्लू, संजय, उमेश, धर्मेंद्र, महफूज, बैधनाथ,सफीआलम, दशरथ अमरकांत,अमानत, जगमोहन, निर्मल, कृष्णा, संजय, सरस्वती,विंदरावती, सुनीता,जुगली, दीनानाथ, अर्जुन, बलराम, अशोक, शत्रुघन,विजय कुमार सहित तमाम मजदूरों ने हस्ताक्षर किए है।