पंतनगर (सुनील श्रीवास्तव) विष्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में 36वें दीक्षान्त समारोह का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ जिसमें महामहिम राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि और माननीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री गणेष जोषी एवं माननीय केन्द्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग श्री अजय टम्टा विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सीडीएस जनरल अनिल चौहान और पद्मश्री प्रेम चन्द्र शर्मा को विज्ञान वारिधि की मानद उपाधि से सुषोभित किया गया। पंतनगर विश्वविद्यालय में आज आयोजित हुए 36वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखण्ड के महामहिम राज्यपाल एवं विष्वविद्यालय के कुलाधिपति, ले.ज. गुरमीत सिंह द्वारा 1172 विद्यार्थियों को उपाधि व दीक्षा प्रदान की गयी। इस अवसर पर दीक्षा उप्रेति को सर्वोत्तम स्नातक होने के नाते कुलाधिपति के स्वर्ण पदक से सम्मानित करने के अतिरिक्त 15 विद्यार्थियों को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किये गये, जिनमें श्रेया उपाध्याय, अनुज गुप्ता, आभा रावत, दीक्षा उप्रेति, नेहा कोठारी, जयंत राय, आकाष सुंदरियाल, ज्योति दीप पाण्डे, रितिक गुप्ता, निखिल चंद, आयुषी गुप्ता, मनीष नेगी, निकिता भटनागर, सुमन रनवा एवं डा. बरखा सम्मिलित थे।
कुलपति रजत पदक 12 विद्यार्थियों को दिये गये, जिनमें जिया पाठक, रामेष्वर यादव, मानसी बिष्ट, अनुप्रिया मिश्रा, वात्सल्या भट्ट, नंदनी मिश्रा, हिमानी निटवाल, एकांष अग्रवाल, निकिता बिष्ट, प्रिंस कौषिक, नेहा भट्ट एवं कृतिका जोषी सम्मलित थे तथा कुलपति कांस्य पदक 12 विद्यार्थियों को दिये गये, जिनमें सुरेन्द्र धामी, अनुभव सिंह भण्डारी, निषा दानी, सिमरजीत कौर सेतिया, धृति होरे, जय तनेजा, खुष्बु तिवारी, आयुष प्रताप सिंह, हर्षित बिष्ट, वरिजा पाण्डे, योगेष थापलियाल तथा मयंक त्रिपाठी सम्मिलित थे।
इसके अतिरिक्त विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए पिषाला शांता कुमार को श्री पूरण आनन्द अदलखा अवार्ड; निषा दानी को श्रीमती सरस्वती पांडा गोल्ड मेडल/कैष अवार्ड; शषांक गंगवार को श्रीमती नागम्मा शान्ताबाई अवार्ड; श्रेया उपाध्याय को डा. राम षिरोमणि तिवारी अवार्ड; दो विद्यार्थी श्रेया उपाध्याय एवं जिया पाठक को चौधरी चरण सिंह मैमोरियल इंटेलेकच्यूअल अवार्ड; दो विद्यार्थी सुमन रानवा एवं डा. बरखा को भारत रत्न पण्डित गोविन्द बल्लभ पन्त अवार्ड तथा मोनालिसा गुरू को डा. ए.एन. मुखोपाध्याय गोल्ड से सम्मानित किया गया।