प्रसिद्ध गर्जिया देवी का मंदिर लगभग 50 दिनों के बाद श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिया गया, श्रद्धालुओं की मां के दर्शन के लिए लगी भीड़, साथ ही प्रसाद विक्रेताओं को भी दो माह बाद रोजगार मिलने के बाद खुशियों का माहौल है।
आज सुबह पूजा अर्चना के साथ प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर को 10 मई के बाद आज 1 जुलाई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर कोसी नदी के बीचों-बीच एक ऊंचे टीले पर स्थित है। साल 2010 में आई बाढ़ के चलते मंदिर के टीले में दरारें आ गई थीं। जिसके बाद से लगातार ये दरारें बढ़ रही थी।
इससे जहां एक ओर माता के मंदिर को खतरा उत्पन्न हो गया था, तो वहीं मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक बड़ा खतरा हो सकता था। इसको देखते हुए सिंचाई विभाग द्वारा शासन को इसके टीले की मरम्मत का कार्य किये जाने को लेकर प्रस्ताव बनाकर लगातार भेजे जा रहे थे।
इसी क्रम में मई 2024 में इसके प्रथम चरण के कार्य के लिए सिंचाई विभाग को 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जारी हुई थी। जिसके बाद बरसात को देखते हुए 10 मई से 30 जून तक इस मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया था। यह निर्णय इसलिए लिया गया था कि कार्य के दौरान अगर मंदिर खुलता है तो किसी प्रकार से दर्शनार्थियों को दिक्कत न हो और कोई चोटिल भी न हो। सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया था।