पन्तनगर विश्वविद्यालय के संचार निदेशालय में पिं्रट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एक बैठक की गयी।
बैठक में निदेशक संचार डा. जे.पी. जायसवाल द्वारा सभी उपस्थित प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। इस बैठक का उद्देश्य विश्वविद्यालय और मीडिया के बीच संबंध को मजबूत करना और विश्वविद्यालय में चल रही गतिविधियों से उनको अवगत कराना था।
डा. जायसवाल द्वारा गतवर्ष में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी है और आशा की जाती है कि भविष्य मे भी आपका सकारात्मक सहयोग मिलता रहेगा। उन्होंने फरवरी 20-22, 2025 में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाले अति महत्वपूर्ण 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन के बारे में भी प्रकाष डाला और इसके प्रचार-प्रसार के लिए भी मीडिया प्रतिनिधियों से अपेक्षा की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस का मनाया जाना हिन्दी भाषा और भारतवर्ष के लिए गौरव की बात है। वैज्ञानिक समाज में भी हिन्दी को बढ़ावा देने की आवष्यकता है। बैठक के उपरांत डीडी न्यूज द्वारा कुलपति से संपर्क कर विष्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली जिसके दौरान कुलपति द्वारा विशेष रूप से आगामी फरवरी 20-22, 2025 के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किये जाने वाले 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन के लिए विश्वविद्यालय में चल रही तैयारियों के बारे में तथा इस सम्मेलन के महत्व के बारे में वृहद रूप से प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि देश और विदेश से बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों एवं विद्यार्थियों की इस सम्मेलन में भागीदारी होने वाली है और इकार्डा, इक्रीसेट, इलरी जैसी कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थान भी इस सम्मेलन में सह-आयोजक के रूप में योगदान कर रहे है। विश्वविद्यालय के लिए इस सम्मेलन को आयोजित करना एक बहुत गौरव की बात है। देश के 65 कृषि विश्वविद्यालयों में पंतनगर पहला कृषि विश्वविद्यालय है जिसको कि इस सम्मेलन को आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
संचार निदेशालय की सहायक निदेशक, डा. अर्पिता शर्मा कांडपाल ने वैज्ञानिक नवाचारों के प्रसार में मीडिया की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमारे वैज्ञानिक लगातार क्रांतिकारी नवाचारों पर काम कर रहे हैं, और इन विचारों को न केवल समाचार कहानियों में बल्कि संपादकीय स्तंभों के माध्यम से भी साझा करना महत्वपूर्ण है।
इससे हमारी तकनीकों की पहुंच किसानों और ग्रामीण समुदायों तक बढ़ सकेगी।” बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी मीडिया प्रतिनिधियों और कर्मचारियों को उनकी सक्रिय भागीदारी और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया गया। संचार निदेशालय ने नए वर्ष में मजबूत मीडिया संबंधों को बढ़ावा देने और खुलेपन, सहयोग और ज्ञान साझा करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।