सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर अचानक मलबा और बोल्डर गिरने से वैकल्पिक रेस्क्यू मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया जिस पर एसडीआरएफ कमांडेंट श्री मणिकांत मिश्रा ने ड्रोन के माध्यम से कार्य योजना तैयार कर अन्य वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अगस्तमुनि और रतूड़ा से पहुंची बैकअप टीमों को सर्च और रेस्क्यू अभियान तेज करने के कहा है। अब तक 2700 से अधिक यात्रियों को पहाड़ी मार्ग से व 737 यात्रियों को हेली के माध्यम से रेस्क्यू किया जा चुका है।
अन्य यात्रियों को एसडीआरएफ की टीमों के द्वारा सुरक्षित हेलीपैड पर पहुंचाया जा रहा है। लिनचोली के पास थारू कैंप में एसडीआरएफ का सर्च और ऑपरेशन लगातार जारी है।