उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में मानसून के 25 जून के आसपास पहुंच सकता है। साथ ही उत्तराखंड में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक वर्षा का अनुमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 1 मार्च से 31 मई तक प्री-मानसून सीजन होता है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों बौछारों का सिलसिला तेज हो गया है। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में अब भी ज्यादातर क्षेत्र वर्षा के लिए तरस रहे हैं।
अब मानसून को लेकर उलटी गिनती भी शुरू हो चुकी है। देश में मानसून केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से आगे बढ़ रहा है और अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में दस्तक देगा।
उत्तराखंड में इस बार मानसून के 25 जून के बाद पहुंचने की उम्मीद है। जो कि सामान्य के आसपास ही है। आमतौर पर उत्तराखंड में मानसून 20 से 25 जून के बीच दस्तक देता है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में मानसून के 25 जून के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। जो कि सामान्य के करीब ही माना जाएगा। साथ ही उत्तराखंड में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक वर्षा का अनुमान है।
प्री-मानसून शावर में आएगी तेजी
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक मार्च से 31 मई तक प्री-मानसून सीजन होता है। इसके बाद एक जून से 30 सितंबर तक मानसून का सीजन माना जाता है। मानसून के दस्तक देने से पहले होने वाली वर्षा को प्री-मानसून शावर कहते हैं। उत्तराखंड में हल्की, मध्यम वर्षा का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन जून मध्य तक प्री-मानसून शावर और तेज हो सकते हैं, जो मानसून आने तक जारी रहेंगे।