देवभूमि उत्तराखंड के ऋषिकेश में प्रथम बार अखिल भारतीय कायस्थ महासभा उत्तराखंड के तत्वावधान में भगवान श्री चित्रगुप्त जी की कथा का भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुबोधकांत सहाय,परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज,श्री चित्रगुप्त पीठ वृंदावन के महामंडलेश्वर श्री सच्चिदानंद सरस्वती महाराज, वाराणसी के धर्माचार्य श्री निशिकांत दुबे, हास्य कलाकार दीपु श्रीवास्तव, महामंत्री विश्व मोहन कुलश्रेष्ठ, प्रदेश अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव आदि ने भगवान श्री चित्रगुप्त महराज की महिमा का बखान करते हुए अपने उद्बोधन में भगवान श्री चित्रगुप्त को समस्त भूमंडलीय एवं ब्रह्मांड का देवता बताते हुए मानव के कर्म के आधार पर चौबीस लाख योनियों में से एक का निर्धारण कर न्याय प्रदान करने वाला देवता बताया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने पूर्व की भांति चित्रगुप्त समाज से समस्त सम्प्रदाय एवं समाज के हित में कार्य करने एवं देश को सही नेतृत्व देने की क्षमता विकसित करने का आवाहन किया।इस अवसर पर मुरारी श्रीवास्तव,ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, रमेश कुमार सिन्हा अनुप दत्ता, सुनील श्रीवास्तव, कमल श्रीवास्तव, मुकेश सक्सेना, पंकज श्रीवास्तव, नीरज सक्सेना, कमल किशोर सक्सेना, श्रीमती साधना श्रीवास्तव, श्रीमती नीरू श्रीवास्तव, उपेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, सहित उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, तमिलनाडु एवं हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के हजारों कायस्थ परिवार के महानुभावों ने भागीदारी सुनिश्चित की।