पंतनगर(एस0के0 श्रीवास्तव)| नैनीताल – बरेली मेनरोड पर नगला बाईपास से आनंदपुर मोड़ तक सात वार्ड से बनी नवगठित नगला नगर पालिका परिषद के चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सचिन शुक्ला एवं निर्दलीय प्रत्याशी उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी डॉ विक्रम सिंह महोड़ी के मध्य है।
भाजपा प्रत्याशी सचिन शुक्ला के भाजपा के पुर्व विधायक राजेश शुक्ला के भतीजे होने के कारण राजेश शुक्ला की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मौसम के घटते तापमान में भी सियासी पारा गर्म है। लगभग अठाईस सौ मतदाताओं वाली इस पालिका परिषद चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सचिन शुक्ला कमल निशान एवं निर्दलीय प्रत्याशी विक्रम माहोड़ी घंटी चुनाव चिन्ह के पक्ष में मतदाताओं से मतदान करने की अपील पर कर रहे हैं।
ज्ञातव्य हो कि पुव में जनहित याचिका दायर करने से नगला के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया था।उस दौरान पुव विधायक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में नगला बचाओ संघर्ष समिति द्वारा न्यायालय में पैरवरी एवं प्रशासनिक स्तर पर आंदोलन किया गया। जिसके परिणामस्वरूप नगला – पंतनगर पालिका के बीस वार्ड गठित किये गये। पंतनगर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एतराज जताये जाने पर विश्वविद्यालय परिसर को अलग कर केवल मुख्य मार्ग के दोनों तरफ बसें नगला को ही पालिका का दर्जा दिया गया।
मुख्य मार्ग के दोनों तरफ बसी जनता में पर्वतीय, पुर्वांचल एवं मुस्लिम समुदाय के लोग निवासित है। जहां चुनावी शुरुआत में भाजपा निर्दलीय प्रत्याशी एवं कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को अपने पक्ष में बैठाकर इस चुनाव को अपने पाले में करने में सफल नज़र आ रही थी।
वहीं निर्दलीय प्रत्याशी विक्रम माहोड़ी नगला पालिका परिषद क्षेत्र में घंटी बजाकर भाजपा के विजय रथ को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।अब क्षेत्र की जनता को तेईस को मतदान एवं पच्चीस को मतगणना के दिन का बेसब्री से इंतज़ार है कि चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है।