डेफिया कार्यक्रम के अंतर्गत हर वर्ष पन्तनगर विष्वविद्यालय और फ्रांस के बारह संस्थानों के बीच एक अन्तर्राष्ट्रीय छात्र विनिमय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में इस वर्ष विभिन्न संस्थानों से 19 फ्रांसीसी विद्यार्थी एक महीने के लिए पन्तनगर विष्वविद्यालय में रहेंगे। यह विनिमय कार्यक्रम विद्यार्थियों के शैक्षिक, सांस्कृतिक, भाषा एवं तकनीकी अनुभव के लिए उनके अंतर्राष्ट्रीय अनुभव को बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
कार्यक्रम की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक डा. एच.जे. शिव प्रसाद के स्वागत से हुआ। तदोपरांत फ्रांसीसी विद्यार्थियों ने अपना-अपना परिचय दिया और उनका स्वागत पारम्परिक कुमाऊंनी टोपी, बैग, छाता, पेन, डायरी एवं हैण्डबैग देकर किया गया। इस अवसर पर कुलपति डा. मनमोहन सिंह द्वारा सभी विद्यार्थियों को विष्वविद्यालय के शैक्षणिक, शोध एवं प्रसार कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया गया।
19 फ्रांसीसी विद्यार्थियों में इप्लेप्पा बौर्ग एन ब्रेस्से संस्थान से सुश्री पिकार्ड वेंडी एवं सुश्री डालबार्ड एलिक्स; इप्लेप्पा ऑरिलैक संस्थान से सुश्री विगुएर वैलेंटाइन; इप्लेप्पा पेरीग्यूक्स से सुश्री डियॉफ़ सौडो; एवं सुश्री मुकीज़ा ड्रोसा; इप्लेप्पा सीस्ज संस्थान से सुश्री बाबिन फेलिसी, सुश्री बेसनार्ड क्लो एवं सुश्री डेस्क्रोइक्स क्लारा; इप्लेफ्पा पेरपिगनन संस्थान से सुश्री रैटन लुडिवाइन; इप्लेप्पा पीएयू संस्थान से सुश्री बास्टाइड लौरा; इप्लेप्पा रोडेज़ संस्थान सुश्री खोदारा ली, सुश्री सैन्सर्नी एलाइन, सुश्री टूरी-केप लूला; इप्लेप्पा सेंट जिनी लवल संस्थान से सुश्री डुपुपेट मॉरीन एवं सुश्री गेलार्ड केमिली; इप्लेप्पा रोडेज़ संस्थान से श्री एल्डेबर्ट जूल्स; इप्लेप्पा पेरीग्यूक्स से श्री कैमन अरनॉड; इप्लेप्पा सेंट पी सुर निवेल्ले संस्थान से श्री टोरिसिनी कोरेंटिन एवं श्री तुहिरी इवांस उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के अन्तर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक डा. एच.जे. शिव प्रसाद ने जानकारी देते बताया कि पंतनगर विश्वविद्यालय में फ्रांस का 19 सदस्यीय विद्यार्थियों का एक दल एक माह शैक्षिक भ्रमण के तहत 26 जुलाई को पहुंच गया है। इस दौरान दल के सदस्य शिक्षा, तकनीकी एवं अंतर सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान-प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में हस्ताक्षरित एमओयू के तहत फ्रांस के छात्रों का दल पंतनगर विश्वविद्यालय में शिक्षा एवं अंतर सांस्कृतिक गतिविधियों में कार्य करने के साथ ही भाषाई दृष्टिकोण (अंग्रेजी, हिंदी, फ्रेंच) के माध्यम से व्यक्तिगत ज्ञान का आदान-प्रदान भी करेगा।
उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चैहान एवं विष्वविद्यालय के महाविद्यालयों समस्त अधिश्ठाता, निदेषकगण ने भी खुषी जाहिर की। साथ ही डेफिया-2024 समिति सदस्य भी उपस्थित थे।