पंतनगर (एस के श्रीवास्तव)। एक बेकाबू कार महिला छात्रावास की दीवार से टकरा गई। इससे दीवार टूट गई, जबकि कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। मामला रसूखदारों से जुड़ा होने की वजह से विवि के नियम कायदे धरे रह गए। आनन फानन आधी रात क्रेन बुलवाकर वाहन को हटवाया गया और सुबह होने पर दीवार की मरम्मत भी शुरू कर दी गई।
तेज रफ्तार कार मंदाकिनी भवन (महिला छात्रावास) की दीवार तोड़ती हुई अंदर जा घुसी। ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने घायल कार सवारों को बाहर निकालकर उच्चाधिकारियों को सूचित किया। बताया जा रहा है कि उसमें सवार दो युवक शराब के नशे में थे। मामले में रसूखदारों के फोन पर सक्रिय अधिकारियों ने आधी रात में क्रेन बुलाकर कार को परिसर के बाहर भेज दिया।
कार का 13 साल पहले खत्म हो चुका बीमा
पंतनगर। क्षतिग्रस्त कार पुलिस का सिंबल भी लगा है। कार का बीमा 30 जून 2011 को ही समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद पुलिस का सिंबल लगाकर कार को सड़क पर बेखौफ दौड़ाया जा रहा था।
विवि परिसर में आने वाले वाहनों सहित छात्रों व परिसरवासियों के वाहनों की चेकिंग होती है। इसमें कोई कमी मिलने पर पांच सौ से दो हजार रुपये तक का चालान किया जाता है। हैरत की बात है कि सुरक्षाधिकारी ने स्वयं व्हाट्सएप पर मैसेज कर कर्मियों को दीवार की मरम्मत कर कार को छोड़ने के निर्देश दिए थे।
देर रात एक कार अनियंत्रित होकर महिला छात्रावास की दीवार क्षतिग्रस्त करते हुए अंदर घुस गई थी। कार में सवार दो युवकों को हल्की-फुल्की चोटें आई थीं। मामले में कार सवारों के स्थानीय होने एवं क्षतिग्रस्त दीवार की मरम्मत करवाने के आश्वासन और अधिकारियों के निर्देश पर क्रेन से कार को ले जाने दिया गया है। – रविंद्र मिश्रा, एएसओ पंतनगर विवि