हरिद्वार पुलिस ने कुछ दिन पूर्व पिछले महीने दिनांक 23 अप्रैल शाम को कोतवाली मंगलौर क्षेत्रांतर्गत हुए एक बेहद सनसनीखेज मामले का कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के सशक्त नेतृत्व में सफल खुलासा किया है।
खेत में पानी जाने से खराब हुई गेहूं की फसल को लेकर हुए विवाद पर आरोपितों ने मृतक भरतवीर को पहले कुछ-कुछ घंटों के अंतराल में मोबाइल पर भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए खेत पर आने को बार-बार उकसाया जब युवक अपनी मां व अन्य के साथ पहुंचा तो हत्यारोपियों ने पहले उसे लाठी-डण्डों से बुरी तरह पीटा और फिर गोली मार दी।
देर शाम हुई इस सनसनीखेज घटना के बारे में क्षेत्र समेत पूरे जनपद में जिसने भी सुना वह स्तब्ध रह गया और पुलिस पर उम्मीद भरी नजरों से निहारने लगे।
चुनौतियों का सामना करते हुए अनुभवी पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा घटना के थोड़ी देर बाद ही रात लगभग 11:00 बजे एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, निरीक्षक मंगलौर अमरचंद शर्मा समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मौका मुआयना करते हुए अधीनस्थों को स्पष्ट शब्दों में मामले के खुलासे हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही श्री डोबाल द्वारा पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनको आश्वसत भी किया कि घटना का हम सभी को दु:ख है एवं आरोपित शीघ्र ही सलाखों के पीछे मिलेंगे। प्रकरण में कोतवाली मंगलौर में मृतक की मां की शिकायत पर 07 नामजद आरोपियों पर हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
दोनों ही पक्ष एक ही बिरादरी के थे जिस कारण अभियुक्तों तक पहुंचना पुलिस के लिए बेहद मुश्किल हो रहा था क्योंकि जात बिरादरी का मामला होने के कारण कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं था। प्रभारी निरीक्षक, एसएसआई समेत मंगलौर पुलिस टीम लगभग एक सप्ताह दिन-रात बाहर रहते हुए साधारण व छद्म भेष में मैन्युअल पुलिसिंग करते हुए खेत, खलिहान, कस्बा, शहर इत्यादि में टोह लेती रही व चौतरफा मुखबिरों का जाल🕸️बिछाया गया।
जिसमें घिरकर मुखबिर की सटीक सूचना पर मामले में फरार चल रहे 03 हत्यारोपियों नकुल, धीरज और कुलबीर को दबोचकर हरिद्वार पुलिस ने मामले का सफल खुलासा किया और अभियुक्तों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, बेसबाल का टूटा डण्डा आदि बरामद किया।
पुलिस टीमें अब अन्य फरार आरोपियों एवं हथियार उपलब्ध कराने वालों को तलाश रही है।