विष्वविद्यालय के पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय में वेट वीक के अंतर्गत ‘एक्यम’ सांस्कृतिक पुनर्जागरण (Cultural Renaissance) का आयोजन हुआ जोकी वेट वीक की पांचवी प्रतियोगिता थी। प्रतिभागियों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों में भारत के अलग-अलग क्षेत्रों की संस्कृतियों को दर्शाया गया।
प्रतिभागियों द्वारा उत्तराखण्डी लोक नृत्य, गढ़वाली और कुमाऊनी लोक गीत, पंजाबी नृत्य गिद्दा, राजस्थानी इतिहास में दिए गए वीरांगनाओं का बलिदान एवं विभिन्न प्रांतों की अलग-अलग नृत्य शैलियों के साथ-साथ वहां की वेश भूषा एवं वहां के प्रतीक चिन्हों का भी प्रदर्शन किया गया। प्रतिभागियों में प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के विद्यार्थियो द्वारा भाग लिया।
कुछ प्रतिभागियों द्वारा मीरा बाई के श्री कृष्ण के प्रति प्रेम को अपनी कला के माध्यम से सभागार में प्रस्तुत किया गया वही कुछ ने अपने लोक गीतों को गा कर सभा को अपनी संस्कृति दर्शाई। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप मे श्रीमती नंदिता उपाध्याय, डा. इप्शिता उपाध्याय, डा. स्नेहा दोहरे एवं डा. अमन कंबोज, सहायक प्राध्यापक, पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन निर्णायक मंडल द्वारा प्रेरणादायक शब्दों से हुआ, जिसमे विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया गया। प्रथम स्थान राजस्थानी री माटी ग्रुप को, द्वितीय स्थान मेधावी नैनवाल और मानसी रावत को एव तृतीय स्थान आंचल शाह ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में वेटरनरी सोसायटी स्टाफ काउंसलर डा. मीना मृगेश, कोस्टाफ काउंसलर एवं अन्य प्राध्यापकों के साथ अपूर्वा रावत, प्रियांशी डोभाल, दीपक जोशी, हृतिक सेलवान, देवाशीषनाथ महंत, पियूष पांडे आदि समेत समस्त दर्शकगण उपस्थित रहे।