पृथ्वी दिवस के अवसर पर आज विष्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय के संसाधन प्रबंधन एवं उपभोक्ता विज्ञान विभाग में अध्यनरत स्टूडेंट रेडी प्रोग्राम के विद्यार्थियों द्वारा पौधरोपण, स्लोगन लेखन, पोस्टर मेकिंग तथा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गयी।
पौधारोपण का कार्यक्रम पन्तनगर परिसर में स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बालनिलयम स्कूल और कैंपस स्कूल में संचालित हुआ। इस अवसर पर पृथ्वी दिवस की महत्ता एवं पर्यावरण संरक्षण में प्रत्येक की सहभागिता विषय पर एक गेस्ट लेक्चर भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रौद्योगिक महाविद्यालय के डा. पंकज कुमार ने पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ वातावरण हेतु जीवन के अभ्यास में तथा वैष्विक शांति की अवधारणा में छात्रों को कैसे शामिल करें इसके बारे में बताया। यह सत्र विद्यार्थियों सहित सभी के लिए बहुत लाभकारी रहा।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को पृथ्वी के संरक्षण और पौधरोपण के महत्व के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया। कार्यक्रम का आयोजन सह प्राध्यापक डा. छाया शुक्ला के निर्देशन में किया गया। प्रस्तुत कार्यक्रम के आयोजन से गृह विज्ञान महाविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों ने प्राकृतिक संरक्षण की महत्ता को समझा और उसके लिए सक्रिय योगदान का प्रतिश्रेण किया। पौधारोपण दिवस के कार्यक्रम से छात्रों को सम्प्रेषण कौशल, सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व को सीखने का अवसर प्राप्त हुआ जो उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डा. अल्का गोयल, अधिष्ठाता, गृह विज्ञान महाविद्यालय; विशिष्ट अतिथि डा. आर.के. श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, पर्यावरण विभाग; डा. बिंदुवासिनी, निदेशक, ट्रेनिंग सेंटर किच्छा; डा. सीमा क्वात्रा, विभागाध्यक्ष, संसाधन प्रबंधन एवं उपभोक्ता विज्ञान विभाग; डा. अनुपमा पाण्डेय, प्रभारी प्रसार विभाग; श्री तुलसी प्रसाद भट्ट, प्रधानाचार्य, सरस्वती शिशु मंदिर पंतनगर; डा. सेंगर, कार्यवाहक प्रधानाचार्य, कैंपस स्कूल; डा. मंजू जोशी, प्रधानाचार्य, बाल निलयम जूनियर हाईस्कूल तीनों ही विद्यालयों के शिक्षकवृंद एवं लगभग 250 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। वृक्षारोपण हेतु पौधे सरकारी पौधषाला, रूद्रपुर उद्यान निदेषालय की प्रभारी भावना जोषी तथा खटीमा रेंज के प्रभारी सुनील के सौजन्य से उपलब्ध कराये गये। इस कार्यक्रम के द्वारा कुल 90 पौधों यथा आम, लीची, अमरूद, नींबू, कटहल एवं अषोक का वृक्षारोपण कराया गया।