चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले शुरू के 15 दिनों के दौरान VIP दर्शन नहीं होगा, इसी क्रम में मुख्य सचिव की ओर से समस्त प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा गया था। अब उसी आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और एक अन्य मंत्री के दर्शन को लेकर सवाल उठाए हैं। पढ़िए उन्होंने क्या कुछ लिखा अपनी पोस्ट में ….
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले राज्य सरकार ने एक अपील जैंसी यात्रा निर्देशिका जारी की जिसमे वीआईपी…ज से अपेक्षा की गई की वो पंद्रह दिनों तक चारधाम दर्शन के लिए न आए और पूरे देशभर में उसको प्रचारित किया गया। हमने कहा पंद्रह दिन क्यों एक महीना कर दीजिए जब यात्रा सुव्यवस्थित हो जाए तभी वीआईपी…ज को चारधाम यात्रा पर आना चाहिए, लेकिन मुझे इस जानकारी ने हैरानी में डाल दिया की चारधाम को लेकर माननीय महामहिम राज्यपाल, माननीय मुख्यमंत्री महोदय और माननीय मंत्री महोदय वीआईपी की लिस्ट से बाहर है वो दर्शन कर सकते है क्योंकि अब वो राज्य सरकार की वीआईपी लिस्ट में नही हैं।