पन्तनगर विश्वविद्यालय का 65वां स्थापना दिवस सप्ताह का हर्षोल्लास के साथ मुख्य अतिथि कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा गांधी हाल में शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राध्यापक एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए डा. अषोक कुमार मिश्रा, कुलसचिव डा. दीपा विनय, अधिष्ठाता कृषि डा. एस.के. कश्यप, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. ए.एस. जीना एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं निदेशक संचार डा. जे.पी. जायसवाल मंचासीन रहे।
मुख्य अतिथि कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि गर्व की बात है कि विष्वविद्यालय में 65वां स्थापना दिवस सप्ताह मनाया जा रहा है। विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के प्रयासों से विष्वविद्यालय विश्व में ख्याति एवं अपनी पहचान बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि विष्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 357 प्रजातियां, विष्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा 5 लाख से अधिक किसानों को विभिन्न कृषि तकनीकों पर प्रशिक्षित किया गया है।
साथ ही लगभग 400 तकनीकों को उद्यमियों एवं कृषकों को पहुंचाया गया है। विष्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर 54,000 विद्यार्थी देश एवं विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं और उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगे भी विष्वविद्यालय देश एवं प्रदेश हित में अपना योगदान देता रहेगा तथा स्थापना दिवस सप्ताह मनाने के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डा. मिश्रा ने अपने अनुभवों एवं शिक्षा के विभिन्न चरणों को साझा करते हुए कृषि तकनीकों के विभिन्न पहलुओं के बारे विस्तार से बताया। उन्होंने धान की पराली को जलाने से हो रहे पर्यावरण प्रदूषण की समस्या को कम करने हेतु जापान एवं अन्य देशों के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न तकनीक के माध्यम का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने धान में उपयोग होने वाले विभिन्न कृषि यंत्रों के बारे में बताया जिसका उपयोग कर किसान लाभान्वित हो रहे है। डा. एस.के. कश्यप ने विष्वविद्यालय के इतिहास के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में डा. एस.एन. मिश्रा पूर्व विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक पादप प्रजनन द्वारा अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किया। अंत में डा. ए.एस. जीना द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।