पन्तनगर विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के मुख्य महाप्रबंधक श्री विनोद कुमार बिष्ट एवं नाबार्ड के अन्य अधिकारियों के साथ विष्वविद्यालय के अधिष्ठाता एवं निदेषकों की बैठक संपन्न हुयी, जिसका उद्देष्य विष्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों तथा मूलभूत ठांचे को सुदृढ़ करना था।
सर्वप्रथम कुलपति ने विष्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि विष्वविद्यालय से अब तक लगभग 52000 विद्यार्थी उपाधि प्राप्त कर देष एवं विदेष में विभिन्न संस्थानों में अपना योगदान दे रहे हैं। विष्वविद्यालय द्वारा अब तक विभिन्न फसलों की उच्च उत्पादन एवं गुणवत्ता वाली 346 किस्मों का विकास किया जा चुका है तथा विष्वविद्यालय लगभग 5 लाख किसानों को कृषि की विभिन्न पद्धितियों पर प्रषिक्षित किया है।
उन्होंने विष्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों हेतु वर्तमान में नाबार्ड से प्राप्त हो रहे सहायता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा एग्रीटूयूरिज्म, प्रीसिजन फार्मिंग और विष्वविद्यालय के मूलभूत ठांचे को सुदृढ़ करने के लिए वित्तीय सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि विष्वविद्यालय में एग्रीटूयूरिज्म की बहुत अच्छी संभावनाएं है और यह एक अच्छी आय का स्रोत हो सकता है।
श्री विनोद कुमार बिष्ट ने बताया कि नाबार्ड कृषि विष्वविद्यालयों की ही नहीं बल्कि बहुत सारे कृषि आधारित कार्यक्रमों को सहयोग करता है। उन्होंने बताया कि एफपीओ, एसएचजी तथा किसान क्रेडिट कार्ड जैसे महत्वपूर्ण अवधारणाएं नाबार्ड की देन हैं। कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से खाद्य उत्पादन संगठनों (एफपीओ) तथा स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को वित्तीय सहायता के माध्यम से उनकी आय में वृद्धि की जा सकती है।
नाबार्ड का मुख्य उद्देष्य कृषि को सुदृढ़ करना है और न्यूनतम ब्याज दर पर उत्तराखण्ड सरकार के माध्यम से विभिन्न उपक्रमों को उनके कार्य में वृद्धि हेतु सहयता पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय द्वारा नवाचार एवं नयी तकनीकी को किसानों तक पहुंचाने के लिए तथा महिला सषक्तिकरण और उनमें कौषल विकास हेतु नाबार्ड सदैव आर्थिक सहयोग देने के लिए तत्पर हैं।
इस अवसर पर निदेषक शोध डा. ए.एस. नैन, अधिष्ठाता, पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय डा. एस.पी. सिंह, मुख्य महाप्रबंधक डा. जयंत सिंह, निदेषक, सेवायोजन एवं परामर्ष डा. एम.एस. नेगी एवं अन्य अधिकारी द्वारा विभिन्न उपक्रमों में नाबार्ड से सहयोग प्राप्त करने हेतु विचार रखे गये। इस अवसर पर श्री राजीव ऊधमसिंह नगर जनपद के लिए नाबार्ड के अधिकारी भी उपस्थित थे।