साइबर फ्रॉड के मामले में चमोली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी।
भरत सिंह पंवार पुत्र वचन सिंह पंवार निवासी ग्राम सैकोट ने कोतवाली चमोली पर आकर तहरीर दी कि डिजिटल सेवा केन्द्र खोलने के लिए उनके परिचित द्वारा उन्हें एक मोबाइल नंबर दिया गया। जब उनके द्वारा इस मोबाइल नंबर से डिजिटल सेवा केन्द्र खोलने के नाम पर सहायता मांगी गयी तो उक्त व्यक्ति के द्वारा अलग-अलग मोबाइल नंबरो से वार्ता करते हुए विभिन्न खातों से लगभग 36 लाख 78 हजार रुपये की ठगी की गई। वादी की तहरीर के आधार पर कोतवाली चमोली पर मु0अ0सं0-02/2023, धारा-420,120 बी भादवि पंजीकृत किया गया।
अपराध की गम्भीरता देखते हुए पुलिस अधीक्षक चमोली श्री सर्वेश पंवार महोदय द्वारा मामले के शीघ्र अनावरण हेतु तत्काल पुलिस टीम गठित कर अज्ञात अभियुक्त की धरपकड़ हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
विवेचना के दौरान प्रकाश में आए अभियुक्त रिफाकत अली पुत्र इकबाल खान निवासी ग्राम बूंची थाना शीशगढ जिला बरेली उत्तर प्रदेश की गिरफ्तारी हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस सैल व आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करते हुए अभियुक्त उपरोक्त के संबंध में जानकारी जुटाई गयी तो अभियुक्त का जनपद हरिद्वार में छुपा होना संज्ञान में आया जिसके पश्चात पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुए दिनांक 19.09.24 को अभियुक्त उपरोक्त को गंगनहर रुड़की से गिरफ्तार किया गया। जिसे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक चमोली द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में तेजी से बढ़ रहे ठगी के मामलों के प्रति आमजन का जागरूक रहना आवश्यक है। डिजिटल सेवा केन्द्र खोलने के नाम पर कि गयी यह धोखाधड़ी अन्य लोगों के लिए चेतावनी है कि वे किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन को सोच-समझकर करें और अनजान नंबरों से संपर्क करने से पहले अधिक सावधानी बरतें, साथ ही साइबर ठगी के ऐसे मामलों में समय पर पुलिस को सूचना देना अत्यंत आवश्यक है, ताकि समाज को धोखाधड़ी और ठगी के इस जाल से बचाया जा सके।
पुलिस टीम-
1. उ0नि0 दिनेश पंवार (थाना जोशीमठ)
2. का0 आशुतोष तिवारी (एस0ओ0जी0 चमोली)
3. का0 राजेन्द्र सिह रावत (सर्विलांस सेल चमोली)
4. का0 रविकान्त (एस0ओ0जी0 चमोली)