राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की स्थापना इस दृढ़ विश्वास में निहित है कि हमारे देश की सामाजिक आर्थिक प्रगति ग्रामीण भारत के विकास पर निर्भर करती है। एनडीडीबी द्वारा संचालित कार्यक्रम एवं गतिविधियां किसान स्वामित्व वाली संस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए प्रयत्नशील रहती हैं।
विश्वविद्यालय के सेवायोजन एवं परामर्श निदेशालय में दिनांक 15 जुलाई 2024 को आयोजित किये गये साक्षात्कार के आधार पर विद्यार्थियों के परिणाम घोषित किए गये जिसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों क्रमशः दामिनी आर्या (एम.वी.एससी.), हिमांशु नयाल (बी.वी.एससी. एण्ड ए.एच.) को एनडीडीबी द्वारा चयनित किया गया।
चयनित विद्यार्थी को प्रशिक्षण के उपरान्त प्रतिवर्ष लगभग रु. 12 लाख का पैकेज तथा अन्य सुविधाएं देय होगी। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने सेवायोजन एवं परामर्श निदेशालय के प्रयासों की सराहना की तथा चयनित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।
सेवायोजन एवं परामर्श निदेशक, डा. एम.एस.नेगी, सह निदेशक डा. गीता पाठक तथा पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के प्लेसमेंट काउंसलर डा. राजीव रंजन ने भी सफल विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर निदेशक सेवायोजन एवं परामर्श ने बताया कि भविष्य में अन्य कम्पनियों एवं संगठनों से तालमेल कर विद्यार्थियों के लिये सेवायोजन के अवसरों को उपलब्ध कराने में निदेशालय अपनी भूमिका निभाता रहेगा।