पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने विश्वविद्यालय फार्म पर आदिवासी समाज द्वारा आयोजित सरहुल पर्व में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

कुलपति जी ने सभी आदिवासी भाई-बहनों को सरहुल पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज मुझे यह सुखद अवसर प्राप्त हुआ कि मैंने आदिवासी समाज के महत्वपूर्ण पर्व ‘सरहुल’ में सहभागिता की। यह पर्व न केवल प्रकृति के प्रति आस्था और कृतज्ञता का प्रतीक है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक ज्ञान और सामुदायिक एकता का भी उत्सव है।
सरहुल हमें यह सिखाता है कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना ही सतत् जीवन का आधार है। इस पर्व में साल वृक्ष के फूलों की पूजा कर, धरती माता और प्रकृति को धन्यवाद ज्ञापित किया जाता है। इस पावन अवसर पर मैं आदिवासी समाज के समस्त भाइयों-बहनों को सरहुल पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। ईश्वर करे यह पर्व सभी के जीवन में शांति, समृद्धि और नव ऊर्जा का संचार करें।