विश्वविद्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत स्वतंत्रता दिवस 2024 के तत्वाधान में ’विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र’ ’निर्वापन 2024’ के प्रथम सत्र का आयोजन कृषि व्यवसाय प्रबंधन महाविद्यालय में 12 अगस्त 2024 को किया गया, जिसमें कार्यवाहक कुलपति एवं कुलसचिव डा. दीपा विनय ने विद्यार्थियों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि नशे के संपर्क में आने पर किसी भी व्यक्ति का कैरियर हमेशा के लिए प्रभावित हो जाता है और विद्यार्थियों को नशे के संपर्क में आने से बचने के लिये हर संभव कदम उठाने चाहिये।
उन्होंने विद्याथियों से कैरियर में सफलता के लिये प्रतिदिन पुस्तकें पढ़ने या आॅडियो बुक सुनने का आह्वान किया। नोडल अधिकारी डा. पी. प्रभाकरन ने पिछले वर्षों में एंटी ड्रग सेल की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और नशीली दवाओं के साथ प्रथम संपर्क में आने पर सुरक्षा के महत्व पर बल दिया।
डा. भूपेश कुमार सिंह ने व्यक्ति की विभिन्न मनःस्थिति में हार्मोंस की भूमिका और मन को स्वस्थ रखने के लिए अपनाई जाने वाली दिनचर्या पर बात की। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. बृजेश सिंह ने बताया कि देश व समाज के चहुमुखी विकास में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है, अतः युवाओं को नशीले पदार्थों से दूर रहकर देश के विकास में अपना योगदान देना चाहिये। डा. ओमवीर सिंह ने विद्यार्थियों को जीवन में नशा न करने की शपथ दिलाई।
डा. रितिका भट्ट ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय डा. संदीप अरोरा, अधिष्ठाता कृषि व्यवसाय प्रबंधन महाविद्यालय डा. आर.एस. जादौन, अधिष्ठात्री सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय डा. अल्का गोयल, अधिष्ठाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय डा. अवधेश कुमार, डा. आर.पी.एस. गंगवार, डा. एम.एस. पाल, डा. टी.पी. सिंह, डा. एम.एस. नेगी एवं सहायक सुरक्षा अधिकारी रविन्द्र मिश्रा तथा अन्य अधिकारी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।