इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र एवं ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर द्वारा शहीद स्मारक पंतनगर पर सभा में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के चीफ , आजादी के नायक शहीद चन्द्रशेखर आजाद को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

सभा में वक्ताओं ने कहा कि शहीद चन्द्रशेखर आजाद सामंत, राजा-रजवाड़े, विदेशी अंग्रेजी साम्राज्यवादियों के कट्टर दुश्मन और मजदूर वर्ग की सच्ची, पूर्ण आजादी के हिमायती थे।इसी लिए उन्होंने हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन से हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन नाम रखा। वे हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई एकता के समर्थक और कट्टरता के खिलाफ थे। उन्होंने देशी विदेशी गुलामी , पूंजीवाद से आजादी मजदूर वर्ग की सामाजवादी व्यवस्था की स्थापना करने के संघर्ष में अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया।
आज भारत में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, आसमान छूती मंहगाई ठेका प्रथा में अल्प मज़दूरी में मेहनतकश वर्ग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। शिक्षा ,स्वास्थ्य, जैसे सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण के जरिए औने पौने दामों में पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। पूंजीपतियों के मुनाफे के मद्देनजर मोदी सरकार द्वारा,मजदूर वर्ग ने अपने जुझारू संघर्षों से अंग्रेजी सरकार से हासिल किए राहत कारी 44 श्रम कानूनों को खत्म कर मज़दूर विरोधी 04 लेवर कोड बनाकर मजदूरों को डेढ़ सौ साल पहले की गुलामी में ज़ीने को बिवस किया जा रहा है। जनवादी अधिकारों की आवाज उठाने पर तीन अपराधिक कानूनों को लागू कर हिंदू फासिस्टवादी मोदी सरकार पुलिस को और अधिक अधिकार दे निरंकुश बनाकर पुलिस स्टेट क़ायम करना चाहते हैं।
रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं देने में नाकाम शासक पूंजीपति वर्ग के नायक आर एस एस भाजपा हिंदू फासीवादी जनता को हिंदू मुस्लिम साम्प्रदायिक तनाव फैला, मेहनतकश जनता की एकता भंग कर नकली दुश्मन पैदा कर आपसे में लड़ाने का काम किया जा रहा है।वे तथाकथित हिन्दू राष्ट्र, अखंड भारत का सपना दिखा संविधान को खत्म कर हिटलर के पदचिन्हों पर चलकर बुलडोजर द्वारा मेहनतकश जनता के घर उजाड़ते हुए विश्व गुरु बनना चाहते हैं। वे नागरिक अधिकारों को खत्म कर मनुस्मृति लागू कर नागरिकों को प्रजा में बदल अपने आका पूंजीपतियों को बेरोकटोक मुनाफा बढ़ाते रहना चाहते हैं। शहीद चन्द्रशेखर आजाद एसी आजादी के खिलाफ थे।वे शोषण उत्पीड़न से मुक्त हर नागरिक की बराबरी का समाज क़ायम करना चाहते थे।
सभी वक्ताओं ने कहा कि शहीद चन्द्रशेखर आजाद के अधूरे सपने को साकार करने में वर्गीय एकता के आधार पर संगठित होकर समाजवाद के लिए संघर्ष ही पूंजीवाद, साम्राज्यवाद, हिंदू फासिस्ट वादियों पीछे धकेल सकता है।
कार्यक्रम में राशिद, मनोज कुमार, भरत यादव, सुभाष प्रसाद, मीना,पनवा,मीनू, अभिलाख,अर्जुन सिंह, रमेश कुमार, सुरेश, विश्राम आदि शामिल रहे।