एस0एस0बी0 की भर्ती परीक्षा में फर्जी मुन्नाभाई बनकर सम्मिलित होने वाला फरार अभियुक्त चढ़ा पुलिस के हत्थे, पूर्व फौजी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
आशीष कुमार, कमांडेन्ट केन्द्रीयकृत प्रशिक्षण केन्द्र एस0एस0बी0 श्रीनगर गढ़वाल ने कोतवाली श्रीनगर पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी कि रामबृज पुत्र रामसेवक, निवासी ग्राम बीच का पुरा, तहसील व थाना अम्बाह, जिला मुरैना म0प्र0 ने एस0एस0बी0 द्वारा आयोजित परीक्षा में फर्जी दस्तावेजों व फर्जी फोटो, थम इम्प्रेशन आदि का प्रयोग करते हुये फर्जी अभ्यर्थी बनकर धोखाधडी की है। इस प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर तत्काल कोतवाली श्रीनगर में मु0अ0सं0-30/2024, धारा- 419/420/467/468/471 भादवि पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा धोखाधड़ी से सम्बन्धित अभियोग की गम्भीरता को देखते हुए घटना की स्वंय मॉनिटरिंग करते हुये प्रभारी निरीक्षक श्रीनगर को तत्काल टीम गठित कर धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु आदेशित किया गया था।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर आर0के0 चमोली के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक श्रीनगर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा अभियुक्त रामबृज पुत्र रामसेवक, निवासी ग्राम बीच का पुरा, तहसील व थाना अम्बाह, जिला मुरैना म0प्र0 को दिनाँक 22.04.2024 को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
अभियोग उपरोक्त में दौराने विवेचना प्रकाश में आया कि अभियुक्त रामबृज व उसका छोटा भाई विकास व उसके अन्य साथी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में उचित रकम लेकर फर्जी दस्तावेज बनाकर दूसरे अभ्यार्थियों की जगह परीक्षा में सम्मिलित होकर धोखाधड़ी करते है।
पुलिस टीम द्वारा अभियोग उपरोक्त में संलिप्त अभियुक्त विकास जो लगातार फरार चल रहा था, को पुलिस टीम द्वारा दिनाँक 24.04.2024 को श्रीनगर से गिरफ्तार कर अभियुक्त को मा. न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उपरोक्त अभियोग में पुलिस द्वारा गम्भीरता से जाँच की जा रही है व अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम प्रयासरत है। अभियुक्तों के अन्य आपराधिक इतिहास व अन्य फर्जीवाड़ों की भी विस्तृत जाँच की जा रही है।