(विश्व दुग्ध दिवस 2024) पंत विश्वविद्यालय में कुलपति ने बताया दूध का महत्त्व, गायों को खिलाया हरा चारा

पंत विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विज्ञान महाविद्यालय के शैक्षणिक डेयरी फार्म, नगला पर विश्व दुग्ध दिवस 2024 के अवसर पर विष्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान की उपस्थिती में हवन-पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हवन पूजा के उपरान्त कुलपति द्वारा गायों को हरा चारा एवं प्रसाद खिलाया गया।

इस अवसर पर कुलपति ने बताया कि विष्व दुग्ध दिवस मुख्यतः गायों से जुड़ा हुआ है और इनसे प्राप्त होने वाले दुग्ध से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किये जाते हैं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग में लाते है।

उन्होंने कहा कि पूरे देष में दुग्ध को बढ़ावा देने की आवष्यकता है क्योंकि दुग्ध में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पायी जाती है। दुग्ध ही सम्पूर्ण आहार के रूप में भी पहचाना जाता है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि अपने बच्चों को सुबह-शाम एक गिलास दुग्ध आहार के रूप में अवश्य देना चाहिए।

उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण देश में 45 प्रतिशत बच्चे कुपोषण का शिकार है तथा कुछ बच्चों को पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं मिलता है जबकि बच्चों को प्रोटीन की आवश्यकता अत्यधिक होती है और इसका एकमात्र प्रोटीन युक्त आहार दुग्ध ही है, जिससे बच्चों में कुपोषण की मात्रा को कम किया जा सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पूरे देश में विश्व दुग्ध दिवस को उत्साह पूर्वक मनाया जाना चाहिए।  


डा. एस.पी. सिंह ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की संस्था खाद्य एवं कृषि संगठन (एफ.ए.ओ.) द्वारा वर्ष 2001 में 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाये जाने की प्रथा प्रारम्भ की गयी और इस प्रकार पूरे विश्व में विश्व दुग्ध दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य दुग्ध में निहित मुख्य तत्वों के बारे में लोगों को जागरूक करना है।

दुग्ध एक सम्पूर्ण आहार है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइडेªट, विटामिन्स आदि तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं और कुपोषण को केवल दुग्ध से ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हमारा देश दुग्ध उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान रखता है और विश्व के कुल दुग्ध उत्पादन में भारत का 25 प्रतिशत है।

विष्वविद्यालय के शैक्षणिक डेयरी फार्म में 1800 लीटर प्रतिदिन दुग्ध का उत्पादन हो रहा है साथ ही विष्वविद्यालय में दुग्ध के विभिन्न प्रकार के मूल्य वर्धित उत्पाद तैयार किये जाते हंै।

संयुक्त निदेषक डा. एस.के. सिंह ने कहा कि गौ सेवा एक महान कार्य है जिसके लिए कुलपति के मार्गदर्शन में इसका विस्तार करने हेतु प्रयासरत हैं। कुलपति द्वारा पशु चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की और विश्व दुग्ध दिवस 2024 के अवसर पर कार्यक्रम आयोजन के लिए सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गयी।


इस अवसर पर अधिष्ठाता पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विज्ञान, डा. एस.पी. सिंह, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डा. बृजेश सिंह, निदेषक बायोटेक परिषद हल्दी डा. संजय कुमार, संयुक्त निदेषक, शैक्षणिक डेयरी फार्म डा. एस.के. सिंह, पशु चिकित्सालय अधीक्षक डा. संदीप कुमार तलवार, सहायक निदेषक, शैक्षणिक डेयरी फार्म, नगला डा. सुनील कुमार एवं महाविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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