कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ अपने सदस्यों की संख्या और इसमें किए गए वित्तीय लेनदेन की मात्रा के मामले में दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक सुरक्षा संगठनों में से एक है। वर्तमान में, लगभग 7.5 करोड़ सदस्य हर महीने भविष्य निधि, पेंशन और बीमा योजनाओं में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।
इस वित्तीय वर्ष के पहले 2 महीनों में ही आवास के लिए अग्रिम राशि, बच्चों की मैट्रिक के बाद की शिक्षा, विवाह, बीमारी, अंतिम भविष्य निधि निपटान, पेंशन, बीमा आदि जैसे सामाजिक सुरक्षा लाभों के रूप में लगभग 87 लाख दावों का निपटान किया गया।
पीएफ सदस्य इन लाभों का दावा ऑनलाइन करते हैं। यह एक मजबूत कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन के माध्यम से संभव हुआ है, जो यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) में सदस्य के डेटा को मान्य करता है।
इसलिए, ईपीएफओ के रिकॉर्ड में सदस्यों के डेटा की एकरूपता सबसे महत्वपूर्ण है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेवाएं ऑनलाइन निर्बाध रूप से और सही सदस्य को प्रदान की जाएं, ताकि गलत भुगतान या धोखाधड़ी के किसी भी जोखिम से बचा जा सके।
इस प्रकार ईपीएफओ द्वारा 22 अगस्त, 2023 को जारी एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) द्वारा सदस्य प्रोफ़ाइल में डेटा की अखंडता सुनिश्चित की जा रही है। इसे अब ईपीएफओ द्वारा डिजिटल ऑनलाइन मोड में संचालित किया गया है। पीएफ सदस्य अब नाम, लिंग, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, राष्ट्रीयता, आधार आदि जैसे अपने डेटा में परिवर्तन/सुधार के लिए ऑनलाइन अनुरोध कर सकते हैं और संबंधित निर्धारित दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।
ऐसे सभी अनुरोध संबंधित नियोक्ताओं के माध्यम से देश भर के पीएफ कार्यालयों को भेजे जाते हैं। सदस्यों ने इस नई सुविधा का उपयोग करके अपने अनुरोध दर्ज करना शुरू कर दिया है, जिनमें से लगभग 40,000 को ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा पहले ही अनुमोदित किया जा चुका है। अनुरोध नियोक्ताओं के पास पहुंचते हैं, जो सत्यापन के बाद इसे अनुमोदन के लिए अनुशंसित करते हैं। उन्हें अब तक लगभग 2.75 लाख ऐसे अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
उचित केवाईसी और मेल खाते सही सदस्य प्रोफाइल से ईपीएफओ को अपने पीएफ सदस्य को अग्रिमों का स्वत: निपटान, पीएफ खाते का स्वत: हस्तांतरण, ई-नामांकन आदि जैसे तत्काल सेवाएं प्रदान करने में सुविधा होती है। इसके लिए पीएफ सदस्यों को किसी भी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं होती है।