पूर्व सीएम हरीश रावत ने वंर्तमान मुख्यमंत्री धामी से मंदिर परिसर में रामदाने के लड्डू की दोबारा से वितरण व्यवस्था शुरू करने अपील की है। सोशल मीडिया पर किये अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि …
2015-16 में स्थानीय उत्पादों विशेष तौर पर रामदाना जिसे चौलाई मार्शा आदि अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है जिसके लड्डू भगवान शिव को बहुत प्यारे हैं, हमारी सरकार ने निश्चय किया था और उस निश्चय के तहत सभी मंदिरों को प्रमुख संस्थाओं को जहां प्रसाद वितरण होता है इस बात के लिए तैयार किया गया कि वो चौलाई के लड्डू प्रसाद में दे, ताकि स्थानीय उत्पादन के रूप में रामदाना को प्रोत्साहन मिल सके.
यूं ही उच्च हिमालय क्षेत्र का ये पवित्र उत्पाद राम की देन माना जाता है कहा जाता है की जब लक्ष्मण को शक्ति लगी और हिमालय की संजीवनी बूटी द्रोण पर्वत से मिली थी तो हिमालय को धन्यवाद देने के लिए राम ने यह रामदाने का वरदान इस क्षेत्र को दिया। राम और शिव के समन्वय रुपी चौलाई के लड्डू पता चला है 2016 के बाद से जो बद्रीनाथ मंदिर कमेटी के परिसर में लोगों को दिए जाते थे लोग खरीदते थे उस पर अब रोक लगा दी गई है,कौन है रोक लगाने वाले इसकी मुझे जानकारी नहीं है लेकिन मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री श्री Pushkar Singh Dhami जी इस मामले पर हस्तक्षेप करेंगे।