(आक्रोश) पंतनगर विश्वविद्यालय में सिक्यूरिटी गार्डों को नौकरी से बाहर किए जाने पर आक्रोश। विधायक बेहड़ ने समाधान न होने पर पुनः विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी

पंतनगर विविद्यालय में वर्षों से कार्यरत सैकड़ों सुरक्षा गार्डों द्वारा अवैध वसूली, निकाला- बैठाली , भेदभाव , उत्पीड़न के खिलाफ प्रशासनिक भवन पर विरोध प्रदर्शन किया गया और कुलपति जी, निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण को मजदूरों के सामूहिक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन देकर समस्याओं के समाधान की मांग की गई है।

समस्याओं का समाधान नहीं होने पर पुनः विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन की प्रतियां उपश्रमायुक्त ऊधम सिंह नगर, तिलक राज बेहड, क्षेत्रीय विधायक किच्छा पंतनगर, थानाध्यक्ष पंतनगर सहित सहयोग कर हेतु पंतनगर के सभी मजदूर संगठनों को दीं गई है। सभा में विधायक तिलक राज बेहड सहित अन्य मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।

सभा में मजदूरों ने कहा कि पिछले 15–20 वर्षों से लगातार कार्यरत हम मजदूरों को नियमित नहीं किया जा रहा है। श्रम कानूनों द्वारा देय बोनस ग्रेच्युटी अवकाश जैसी मूलभूत सुविधाओं से बंचित रखा गया है।

पंतनगर में करीब दो ढाई हजार ठेका मजदूरों को वर्ष में 11 दिनों का सवैतानिक अवकाश दिया जाता है परन्तु सुरक्षा विभाग में वर्षों से लगातार कार्यरत सुरक्षा गार्डों को वर्ष में 11 दिनों का सवैतानिक अवकाश नहीं दिया जाता है। भेदभाव किया जा रहा है। आजाद भारत में सुरक्षा गार्डों के साथ सम्मान जनक व्यवहार तक नहीं किया जा रहा है। सुरक्षा अधिकारी द्वारा कर्मियों के साथ गाली-गलौज, मारपीट जैसे शर्मनाक कृत्य किए जा रहे हैं।

विरोध करने पर नौकरी खत्म।द्वेष भावना से ग्रस्त अधिकारियों द्वारा पिछले दो साल में एक दर्जन से अधिक सुपर वाइजर सुरक्षा गार्डों को काम से बिठा दिया गया है।लोग बेरोजगार खाली बैठे हैं। इधर सुरक्षा अधिकारी नये नये गार्डों को भर्ती कर रहा है जबकि कुलपति जी द्वारा पुराने कर्मियों को न हटाने और नये गार्डों को भर्ती रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। बावजूद मजदूरों को काम पर नहीं रखा जा रहा है। और 01 मार्च 2025 को फिर तीन सुपरवाइजर गार्डों को काम से बिठा दिया गया ।यह सिलसिला जारी है।इसी को लेकर पिछले दो साल से मजदूरों में गुस्सा पनप रहा था।सो आज आक्रोश फूट पड़ा।

हर बार नयी एजेंसी आने पर पंजीकरण के नाम पर मजदूरों से 7–8 हजार रुपए की अवैध वसूली की जाती है। और हर बार वर्दी का रंग बदलकर वर्दी के नाम पर वसूली की जाती है। शिकायत करने पर भी विश्व विद्यालय प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अनसुनी, उपेक्षा, शोषण उत्पीड़न ने और आग में घी का काम किया।

सभी मजदूरों द्वारा सामूहिक रूप से हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन में दो साल दौरान निकालें गये सभी कर्मियों को काम पर रखने,वाहय सेवादाता एजेंसी आने पर सुरक्षा गार्डों की अवैध वसूली बंद कर निःशुल्क वर्दी, निःशुल्क पंजीकरण किए जाने की मांग की गई है। और विश्वविद्यालय में कार्यरत अन्य ठेका मजदूरों की भांति भेदभाव समाप्त करते हुए वर्ष में 11 दिनों का सवैतानिक अवकाश दिए जाने की मांग की गई। अभद्रता, अपमान जैसे शर्मनाक कृत्यों पर रोक लगाने,साथ ही शोषण उत्पीड़न, गाली-गलौच, अपमान करने के खिलाफ सुरक्षा अधिकारी को पद से हटाने की भी मांग की गई है। समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 17 मार्च 2025 से पुनः विरोध दर्ज कराने का आव्हान किया गया है।


सभा में विधायक तिलक राज बेहड, कांग्रेस नेता राजेश प्रताप सिंह, धर्मेंद्र कुमार,इकबाल, संतोष, केवलानंद जोशी, हरीश पांडे,अजय कुमार, मजदूर यूनियनों से अभिलाख सिंह, राशिद ,महेंद्र शर्मा, संतोष कुमार, राजपाल सिंह, मनोहर वाल्मीकि,राजू श्रीवास्तव,ए .डी. मिश्रा, राजेश कुमार,आदि मौजूद रहे

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