2016 को 14 वर्षीय किशोरी को बहला फुसलाकर भगा ले जाने के संबंध में सन्दीप गिरी निवासी बेतिया बिहार के विरुद्ध थाना बुग्गावाला में मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद भी शातिर पकड़ में नहीं आ रहा था।
संदीप जो तत्समय रोजगार की तलाश में हरिद्वार आया था और 2015-16 में बंदरजूड़ आईटीआई भवन के निर्माण कार्य में काम करता था। हरिद्वार पुलिस द्वारा बार-बार उसके घर गांव रामपुरवा, बेतिया, बिहार में दबिश देने पर गिरफ्तारी के डर से फरार होकर नेपाल भाग गया।
इसके द्वारा बिहार की अपनी सभी संपत्ति भी बेच दी गई। हरिद्वार पुलिस की लगातार पैरवी एवं उपलब्ध कराए गए डॉक्यूमेंट्स के आधार पर माननीय न्यायालय द्वारा संदीप उपरोक्त के विरुद्ध स्थायी वारण्ट जारी किया गया एवं आई.जी गढवाल द्वारा दि0- 14.12.2022 को 50,000 रु0 का ईनाम भी घोषित किया गया।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के कड़े निर्देशन में समय-समय पर पुराने मामलों का रिव्यू किए जाने के दौरान अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि थाना बुग्गावाला टीम द्वारा लगातार संदीप की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
थाना बुग्गावाला पुलिस टीम द्वारा 7वीं पास संदीप के गांव रामपुरवा, वेतिया, बिहार एवं हरिद्वार, दोनों जगह मुखबिर तन्त्र को सक्रिय करते हुए अभियुक्त की गतिविधियों के बारे में लगातार जानकारी हासिल की गई और क्लोज वॉच किया गया।
हरिद्वार पुलिस द्वारा लंबे समय से की जा रही मेहनत के फलस्वरूप पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि अभियुक्त अपने किसी कार्य हेतु उत्तराखण्ड आ रहा है इस पर पुलिस टीम द्वारा सटीक सूचना पर ₹ 50000 के ईनामी अभियुक्त संदीप उपरोक्त को रुड़की रेलवे स्टेशन से धर दबोचा।