पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा विष्वविद्यालय फार्म के बेनी प्रक्षेत्र पर आज प्रातः धान की रोपाई का शुभारम्भ विधि विधान के साथ किया गया।
इस अवसर पर कुलपति ने बताया कि धान रोपण का कार्य विष्वविद्यालय फार्म में प्रारम्भ कर दिया गया है और विष्वविद्यालय का बीज ‘पन्तनगर बीज’ के नाम से पूरे देश में प्रसिद्ध है। पिछले वर्ष विष्वविद्यालय में 11 हजार कुंतल से अधिक का गेहूँ का उत्पादन हुआ और पैदावार में 20 से 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
उन्होंने बताया कि विष्वविद्यालय के वैज्ञानिक शोध के माध्यम से विकसित नयी-नयी तकनीकों से अच्छी पैदावार वाले बीजों को किसानों तक पहुंचाते है। विष्वविद्यालय का विभिन्न फसलों के बीज उत्पादन तथा देश में खाद्यान्न के उत्तरोत्तर वृद्धि में अग्रणी भूमिका रही है।
विष्वविद्यालय द्वारा हर वर्ष धान एवं गेहूं की अधिक उत्पादन देने वाली 1-2 प्रजाति विकसित की जा रही है जिससे किसान उनका उपयोग कर अपनी आय में वृद्धि कर सके। उन्होंने कहा कि पन्तनगर विष्वविद्यालय हमेशा किसानों के लिए समर्पित है। उन्होंने मुख्य महाप्रबंधक फार्म डा. जयंत सिंह एवं उनकी टीम के सभी सदस्यों तथा श्रमिकों द्वारा किये जा रहे परिश्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर वित्त नियंत्रक डा. आभा गरखाल, निदेषक शोध डा. ए.एस. नैन, निदेषक प्रसार शिक्षा डा. जितेन्द्र क्वात्रा, निदेषक संचार डा. जे.पी. जायसवाल, मुख्य महा प्रबंधक डा. जयंत सिंह, महा प्रबंधक (तकनीकी) डा. परविन्दर सिंह, महाप्रबंधक (फार्म) डा. अजय प्रभाकर, सुरक्षा अधिकारी डा. जी.एस. बोहरा, इंजीनियर विकेष, प्रक्षेत्र सहायक महेन्द्र शर्मा तथा अन्य अधिकारी एवं कृषि श्रमिक उपस्थित थे।