श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल 3 नवंबर भैया दूज के पावन अवसर पर सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति विभिन्न पड़ावों में प्रवास के बाद शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
इसी क्रम में आज भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी मूर्ति को भंडार से बाहर लाया गया पंचमुखी उत्सव मूर्ति को पुजारी शिवशंकर लिंग द्वारा स्नान कराया गया धर्माधिकारी औंकार शुक्ला वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल ने पूजा-अर्चना संपन्न की तथा श्रद्धालुओं ने पंचमुखी उत्सव मूर्ति के दर्शन किये। मंदिर की परिक्रमा के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति डोली को मंदिर परिसर में विराजमान कर दिया गया।
इस अवसर पर बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री अजेंद्र अजय, मुख्य कार्याधिकारी श्री विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी श्री यदुवीर पुष्पवान, केदार सभा अध्यक्ष श्री राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष श्री विनोद शुक्ला, श्री देवानंद गैरोला, श्री अरविंद शुक्ला ,श्री कुलदीप धर्म्वाण, श्री ललित त्रिवेदी सहित सैकड़ों श्रद्धालुजन मौजूद रहे।